हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में आत्मरक्षा और साइबर अपराध पर केंद्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) के असीमा चटर्जी महिला छात्रावास में विश्वविद्यालय के महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ द्वारा आत्मरक्षा और साइबर अपराध पर केंद्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार और संरक्षक समकुलपति प्रो सुषमा यादव थी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा पुलिस के डीएसपी मोहम्मद जमाल, विशिष्ट अतिथि दुर्गा शक्ति प्रधान इंस्पेक्टर मीनाक्षी और साइबर पुलिस इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार उपस्थित रहें।

विश्वविद्यालय की छात्राओं के लिए आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की संयोजक डॉ रेनु यादव तथा समन्वयक डॉ पवित्रा कुमारी और डॉ मोना शर्मा थी। कार्यक्रम की शुरूआत में डॉ रेनु यादव ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। उन्होंने कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार की ओर से विश्वविद्यालय की छात्राओं को साइबर अपराध से सतर्क रखने के लिए समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करवाने का आश्वासन दिया। समकुलपति प्रो सुषमा यादव ने विश्वविद्यालय की छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हर छात्रा को अपनी आत्मरक्षा करने के लिए कुछ तकनीक सीखनी चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हरियाणा पुलिस के डीएसपी मोहम्मद जमाल ने विश्वविद्यालय की छात्राओं को डायल 112 के बारे में जागरूक किया और उनके लाभों के बारे में बताया।

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कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि दुर्गा शक्ति प्रधान इंस्पेक्टर मीनाक्षी ने आत्मरक्षा के बारे में बताते हुए एप्लीकेशन 112 से विश्वविद्यालय की छात्राओं को अवगत किया और उन्हें यह सुझाव दिया कि हर छात्राओं अपने फोन में ऐप 112 को इंस्टॉल करें। इंस्पेक्टर मीनाक्षी और उनकी टीम एएसआई बिमला, हेड कॉन्स्टेबल सुमन, हेड कॉन्स्टेबल समत ने विश्वविद्यालय की छात्राओं को आत्मरक्षा की तकनीक भी सिखाई। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि साइबर पुलिस इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने साइबर क्राइम के बारे में बताते हुए कहा कि कैसे आजकल के युवा साइबर क्राइम की शिकार हो रहे हैं।

सोशल मीडिया के माध्यम जैसे व्हाट्सएप, टेलीग्राम और शॉपिंग साइट्स के ज़रिए साइबर क्राइम की घटनाएँ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की छात्राओं को डायल 1930 से अवगत कराया और बताया कि कोई भी साइबर क्राइम होने पर जल्द से जल्द 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। साइबर क्राइम के एएसआई इंद्रजीत ने हमारे आसपास की कुछ साइबर क्राइम घटनाओं के बारे में बताया और इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए विश्वविद्यालय की छात्राओं को सुझाव दिए।

कार्यक्रम के अंत में सम्मान समारोह में डीएसपी मोहम्मद जमाल को मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो पायल चंदेल द्वारा, इंस्पेक्टर मीनाक्षी और डॉ पवित्रा कुमारी और एसएचओ सुरेंद्र कुमार को डॉ मोना शर्मा द्वारा सम्मानित किया गया। एएसआई इंद्रजीत को डॉ मोरू मारियो, एएसआई बिमला को डॉ सुमन रानी, हेड कॉन्स्टेबल समत को डॉ रेनु द्वारा और हेड कॉन्स्टेबल सुमन को डॉ अर्चना द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत डॉ रेनु यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम के आयोजन में डॉ सुमन रानी, रेणु, डॉ अनिता कुमारी, डॉ अमित कुमार सिंह, मोरू मारिओ ने सक्रिय भूमिका निभाई।

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