इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में ” साहित्य समीक्षा “

इंदिरा गांधी विश्वविद्यालयमें “साहित्य समीक्षा: उभरते प्रतिमान तथा उनका महत्व” विषय पर कार्यशाला संपन्न

रेवाड़ी, मीरापुर : इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आईजीयू), मीरापुर, रेवाड़ी के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा “साहित्य समीक्षा: उभरते प्रतिमान तथा उनका महत्व” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में प्रख्यात विद्वान एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय के पूर्व डीन प्रोफेसर प्रह्लाद कुमार ने मुख्य वक्ता के रूप में सहभागिता की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विकास बत्रा ने की, जबकि स्वागत भाषण डॉ. देवेंद्र सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया। प्रो. कुमार, जो पूर्व में आईसीएसएसआर (ICSSR) तथा एनएएसी (NAAC) के सदस्य रह चुके हैं, ने अपने व्याख्यान में साहित्य समीक्षा की बदलती प्रवृत्तियों एवं उसकी शोध में उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डाला।

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उन्होंने कहा कि “साहित्य समीक्षा केवल अतीत के शोध का सारांश नहीं, बल्कि एक विश्लेषणात्मक प्रक्रिया है, जो शोध की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाती है।” उन्होंने शोधार्थियों को विषय चयन, शोध प्रश्न को परिभाषित करने, तथा समीक्षा के माध्यम से शोध की नवीनता और योगदान को चिन्हित करने के महत्वपूर्ण तरीकों की जानकारी दी।

कार्यशाला के अंतिम चरण में प्रो. कुमार ने शोध से जुड़ी संभावित चुनौतियों, विषय की सीमाओं और उसमें छिपी संभावनाओं पर भी प्रतिभागियों के साथ संवाद किया।

समापन अवसर पर डॉ. देवेंद्र सिंह ने मुख्य वक्ता और उपस्थित सभी प्रतिभागियों का आभार प्रकट किया। इस कार्यक्रम में डॉ. रितु कुमारी सहित अर्थशास्त्र, वाणिज्य और प्रबंधन विभाग के शोधार्थियों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।

यह कार्यशाला शोध क्षेत्र में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए अत्यंत उपयोगी एवं मार्गदर्शक सिद्ध हुई।

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