हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में मनाया गया विश्व खाद्य दिवस
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) के पोषण जीवविज्ञान विभाग द्वारा विश्व खाद्य दिवस के उपलक्ष्य में ‘पोषण जीनोमिक्स, चिकित्सा विज्ञान, उद्यमशीलता और भोजन और पोषण सुरक्षा के लिए गुणवत्ता आश्वासन‘ पर केंद्रित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी में राष्ट्रीय पादप जीनोम अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली की पूर्व निदेशक प्रो डॉ शुभ्रा चक्रवर्ती मुख्य अतिथि तथा प्रबंध निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने अपने संबोधन में सभी के लिए सामर्थ्य, पहुंच और सुरक्षित भोजन के संदर्भ में भोजन के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
आयोजन की शुरुआत में संगोष्ठी संयोजक डॉ अनीता कुमारी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया और कार्यक्रम की रूपरेखा से प्रतिभागियों को अवगत कराया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो सुनील कुमार, स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेस के डीन व कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो दिनेश कुमार गुप्ता, शोध अधिष्ठाता प्रो नीलम सांगवान तथा पोषण जीवविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो कांति प्रकाश ने मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर उनका स्वागत किया।
आयोजन में मुख्य अतिथि डॉ शुभ्रा चक्रवर्ती ने पैन जीनोम और पैन प्रोटिओम के माध्यम से प्राकृतिक भिन्नता का उपयोग चावल में बीज गुणवत्ता लक्षणों के रहस्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। आयोजन में एमएस यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा के प्रो सिरीमावो नायर; वैज्ञानिक-ई, एनएबीआई, मोहाली की डॉ किरण कांथी कोंडेपुडी; वैज्ञानिक-जी, आईसीएमआर- एनआईआरटीएच, जबलपुर के डॉ तपस चकमा; एनआईएफटीईएम-के की प्रो रजनी चोपड़ा सहित प्रख्यात वैज्ञानिकों ने संगोष्ठी के विषय से संबंधित व्याख्यान दिए।
कार्यक्रम में डॉ उमेश कुमार, डॉ विद्युल्लता पेड्डीरेड्डी और डॉ सविता बुधवार भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ अश्विनी कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी की सक्रिय भागीदारी और योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।