हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में विधि शोध और एआई पर केंद्रित कार्यशाला का आयोजन
हरियाणा / महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के विधि विभाग में विधि शोध और इसके अनुप्रयोगों पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला मनुपात्रा (विधि खोज डेटाबेस) और विश्वविद्यालय के पंडित दीन दयाल उपाध्याय केंद्रीय पुस्तकालय के सहयोग से आयोजित की गई। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों, शोधार्थियों और शिक्षकों को विधि के शोध क्षेत्र में आत्याधुनिक कौशल से अवगत कराना और उनके उपयोग को प्रेरित करना था।
कार्यशाला की शुरुआत में विधि संकाय के डीन और विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह ने अपने संबोधन में विधि पत्रिकाओं में मैनुअल खोजों से लेकर आज के समय में प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने इस क्षेत्र में उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए अनुकूलनशीलता की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि यह कार्यशाला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में आयोजित की गई।
डॉ. सिंह ने बताया कि इस तरह के आयोजन विधि शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं और यह विद्यार्थियों को तेजी से बदलते कानूनी परिदृश्य में सफलता के लिए तैयार करते हैं।
कार्यशाला में मनुपात्रा के श्री अप्रित जैन ने एक घंटे की प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने अकादमिक और पेशेवर कानूनी शोध के लिए मनुपात्रा पोर्टल के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही, विश्वविद्यालय के सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. नरेश कुमार ने लाइब्रेरी के विविध ई-संसाधनों का प्रदर्शन किया।
कार्यशाला में एलएलबी और एलएलएम पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों के साथ-साथ संकाय सदस्य श्री राकेश मीना, डॉ. ज्योत्सना, अभिषेक राव, और श्रीमती विकाश ने भी प्रतिभागिता की।
इस कार्यशाला ने विधि शोध और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में ज्ञानवर्धन के नए अवसर प्रस्तुत किए और विश्वविद्यालय के शैक्षिक वातावरण को और भी समृद्ध किया।