हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में जीनोम संपादन पर कार्यशाला आयोजित
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) में कोसंबी विज्ञान महोत्सव के अंतर्गत जीनोम संपादन (जीनोम एडिटिंग) पर कार्यशाला आयोजित की। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने फसल सुधार के लिए जीनोम संपादन तकनीक का कुशलतापूर्वक अन्वेषण करने के महत्त्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीनोम संपादन जैसी अत्याधुनिक तकनीक से किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेस के डीन एवं कार्यशाला के संयोजक प्रो दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला में कुल ४० प्रतिभागियों ने जीनोम संपादन के क्षेत्र में नई तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। कार्यशाला के आयोजन सचिव प्रो बिजेंद्र सिंह, डॉ रुपेश देशमुख व डॉ हुमीरा सोनाह ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को इस अभिनव विज्ञान के क्षेत्र में अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के लिए मंच प्रदान करना था। जैव प्रौद्योगिकी विभाग के पीएचडी शोधार्थी बादल महाकालकर, पवन कुमार एवं मुकेश मेघवाल ने कार्यशाला के प्रतिभागियों के साथ ट्रांसजेनिक और जीनोम संपादित पौधों को उगाने में अपनी विशेषज्ञता साझा की।