हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने किया ‘वृद्धि‘ का विमोचन
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) के कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने मंगलवार को मनोविज्ञान विभाग की प्रो पायल चंदेल और डॉ दिव्या वशिष्ठ द्वारा संपादित पुस्तक ‘वृद्धिः भारतीय संदर्भ में पश्चय आघातीय वृद्धि‘ का विमोचन किया। प्रो टंकेश्वर कुमार ने मनोविज्ञान के क्षेत्र में संपादकों के इस व्यावहारिक योगदान की सराहना की।
कुलपति ने कहा कि यह पुस्तक अभिघात से बचे लोगों के जीवन के दृष्टिकोण को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगी। यह पुस्तक व्यक्तियों को विभिन्न संकटों का सामना करतें हुए जीवन में आगे बढ़ने में मददगार साबित होगी। डॉ दिव्या वशिष्ठ ने कहा कि यह पुस्तक जीवन की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सकारात्मक ढ़ंग से सामना करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। पुस्तक में व्यापक रूप से भारत के संदर्भ में विशेष रूप से ऐसी परिस्थितियों का सामना करने का उल्लेख किया गया है।
प्रो पायल चंदेल ने पुस्तक की बहुमुखी उपयोगिता को रेखांकित करते हुए कहा कि इसे व्यापक दर्शकों को लाभ पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। विद्यार्थी इसे अपने शैक्षणिक संसाधनों में एक अमूल्य वृद्धि पाएंगे, शोधार्थी इसका उपयोग शोध और संदर्भ के लिए कर सकते हैं, शिक्षक इसके निष्कर्षों को अपने शिक्षण में शामिल कर सकते हैं, तथा आम जनता लचीलापन तथा व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्राप्त कर सकती है। ‘वृद्धिः भारतीय संदर्भ में पश्चय आघातीय वृद्धि‘ मनोवैज्ञानिक लचीलापन तथा परिवर्तन के अध्ययन में एक आवश्यक पाठ बनने की उम्मीद है। इसका प्रकाशन हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो ज्ञान को आगे बढ़ाने तथा विद्वानों की उत्कृष्टता के माध्यम से व्यक्तियों की भलाई का समर्थन करने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।