आईवीआरआई की वैज्ञानिक टीम ने कृषि संकल्प अभियान के तहत किया किसानों से संवाद
500 गांवों में 30 हजार से अधिक किसानों को किया जागरूक, वैज्ञानिकों ने तकनीक व योजनाएं साझा कीं
बरेली : भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI), इज्जतनगर, बरेली के वैज्ञानिकों की टीम ने केंद्र सरकार के विकसित भारत कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत बरेली जिले के ग्रामीण क्षेत्रों — बिहारीपुर अब्दुलरहमान, क्योंलड़िया और मधु नगला — का दौरा कर किसानों से प्रत्यक्ष संवाद किया। इस अभियान के तहत वैज्ञानिकों ने नवीन कृषि तकनीकें, पशुपालन से जुड़ी जानकारी और सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को दी।
संस्थान के निदेशक डॉ. त्रिवेणी दत्त, संयुक्त निदेशक (शोध) डॉ. एस. के. सिंह, तथा संयुक्त निदेशक (प्रसार शिक्षा) डॉ. रूपसी तिवारी ने अभियान का नेतृत्व किया और किसानों को तकनीकी सहायता प्रदान की।

डॉ. त्रिवेणी दत्त ने बताया कि यह अभियान देश को वर्ष 2047 तक विकसित बनाने के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है, जिसे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों और वैज्ञानिकों के बीच सीधा संवाद स्थापित करना, नवाचारों को साझा करना और पारंपरिक ज्ञान को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
डॉ. एस. के. सिंह ने कहा कि वैज्ञानिक संवाद न केवल किसानों की जानकारी बढ़ाएगा, बल्कि वैज्ञानिकों को भी किसानों की जमीनी जरूरतों को समझते हुए अनुसंधान की दिशा तय करने में मदद करेगा। वहीं, डॉ. रूपसी तिवारी ने बताया कि किसानों व पशुपालकों के लिए बीमारियों से संबंधित एपिसोड मोबाइल ऐप पर उपलब्ध हैं, जिन्हें डाउनलोड कर किसान लाभ उठा सकते हैं।

इस अवसर पर ग्रामीण किसानों ने निदेशक महोदय से आवारा पशुओं, खुरपका-मुंहपका तथा गलघोटू जैसी पशु बीमारियों पर चर्चा की। जवाब में डॉ. त्रिवेणी दत्त ने बताया कि आवारा पशुओं की समस्या को हल करने हेतु केंद्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर योजना बना रही है।
संस्थान की 108 टीमें अब तक 500 गांवों में जाकर लगभग 30,000 किसानों को तकनीकी जानकारी और समाधान प्रदान कर चुकी हैं। बरेली, बदायूं और रामपुर जिलों में संस्थान के 504 कर्मचारी व वैज्ञानिक इस कार्य में समर्पित हैं।
इस मौके पर डॉ. महेश चंद्र, डॉ. सोनालिका महाजन, डॉ. अखिलेश, डॉ. लक्ष्य यादव तथा अनेक विद्यार्थी और ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
