जैन विश्वभारती संस्थान के छात्राध्यापिकाओं ने जन्माष्टमी पर्व मनाया
नृत्य व भजनों से कृष्ण को रिझाया
कृष्ण के विराट् व्यक्तित्व से प्रेरणा लें – डॉ मनीष भटनागर
लाडनूं : जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग द्वारा जन्माष्टमी पर्व को लेकर शनिवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भगवान श्रीकृष्ण के विराट् व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने को प्रोत्साहित किया गया और उनके बताए कर्म और फल के अनुरूप सदैव सत्य के मार्ग पर चलने की आवश्यकता बताते हुए उनके संदेश को जीवन में आत्मसात करने की जरूरत बताई गई। डॉ मनीष भटनागर ने कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को भारतीय संस्कृति का प्रमुख पर्व बताया और विद्यार्थियों को इस अवसर पर कृष्ण को याद करने के साथ ही अपने व्यक्तित्व में शुचिता, सद्भावना और निश्चल प्रेम जैसे गुणों को विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
नृत्य, भजनों, कविताओं से रिझाया कृष्ण को
डॉ विष्णु कुमार ने पर्व से सम्बंधित महान व्यक्तित्व के आचरण से प्रेरणा लेते हुए सदैव परोपकार, जन कल्याण एवं सामाजिक सहभागिता से सम्बंधित कर्म करने करने के लिए छात्राध्यापिकाओं को प्रेरित किया। कार्यक्रम में सुप्रिया, उर्मिला, दीपिका आदि ने सामूहिक भजन, निशा स्वामी ने एकल भजन, लाछा चैधरी ने कविता, ज्योत्सना कंवर ने विचार अभिव्यक्ति, प्रियंका एवं कोमल ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुतियां देकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ गिरिराज भोजक ने आभार ज्ञापित करते हुए श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व से मातृ प्रेम, कर्म प्रधान व न्यायपूर्ण जीवन, पशु एवं प्रकृति प्रेम जैसे सद्गुणों को अपनाने पर बल दिया। कार्यक्रम का का प्रारम्ळभ कृष्ण-पूजन से किया गया एवं भगवान श्रीकृष्ण की सामूहिक आरती के साथ सम्पन्न किया गया। कार्यक्रम में डॉ आभा सिंह, डॉ गिरधारी लाल शर्मा, देवीलाल कुमावत, कुशाल जांगिड, स्नेहा शर्मा आदि संकाय सदस्य एवं छात्राध्यापिकाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन अभिलाषा स्वामी ने किया।