पाकिस्तान व चीन अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के क्षेत्रों के विषय में जागरूक हुए हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थी
संकल्प दिवस के उपलक्ष्य में डाक्यूमेंट्री की हुई स्क्रीनिंग
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) में जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख अध्ययन केंद्र के सहयोग से पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा डाक्यूमेंट्री फिल्म की स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया। जम्मू-कश्मीर नॉउ द्वारा तैयार इस डाक्यूमेंट्री के माध्यम से पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर, पाकिस्तान अधिक्रांत लद्दाख व चीन अधिक्रांत लद्दाख क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पहलुओं के विषय में प्रतिभागियों को जानकारी दी गई।
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विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेशवर कुमार के निर्देशन व मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ के रूप में जम्मू-कश्मीर नॉउ के प्रमुख श्री हरदीप लश्करी उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय में जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख अध्ययन केंद्र हरियाणा प्रांत की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में भारी संख्या में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर नॉउ द्वारा तैयार डाक्यूमेंट्री को देखा और इससे जुड़े विभिन्न तकनीकी व उसमें प्रस्तुत विषय पर विमर्श किया।
इस मौके पर उपस्थित विशेषज्ञ हरदीप लश्करी ने विद्यार्थियों को डाक्यूमेंट्री निर्माण के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराते हुए संकल्प दिवस और उसके महत्त्व की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह से भारत की संसद में 22 फरवरी, 1994 में पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के क्षेत्र को भारत का अभिन्न अंग बताया गया और इसे पुनः प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव पारित कर संकल्प लिया गया।
इस मौके पर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक शर्मा ने प्रोडक्शन के स्तर पर डाक्यूमेंट्री निर्माण के स्तर पर पर विषय के चयन और उसकी दर्शकों के बीच उसकी स्वीकार्यता का उल्लेख करते हुए बताया कि किस तरह से विद्यार्थी सही विषयों का चयन कर डाक्यूमेंट्री का निर्माण कर सकते हैं। आयोजन में उपस्थित जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख अध्ययन केंद्र के प्रांत सचिव डॉ विवेक बाल्यान ने विद्यार्थियों को पाकिस्तान व चीन द्वारा अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के क्षेत्र, उसके महत्त्व और भारत के लिए उसकी उपयोगिता से अवगत कराया।
इस मौके पर उन्होंने इस क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने की दिशा में आवश्यक जनजागरूकता की महत्ता से भी प्रतिभागियों को अवगत कराया। विभाग के सहायक आचार्य डॉ नीरज कर्ण सिंह ने बताया कि डाक्यूमेंट्री फिल्म स्क्रिनिंग के साथ-साथ फिल्म निर्माण पर केंद्रित एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। जिसमें विश्व संवाद केंद्र के डॉ विकास व रोहित ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। आयोजन में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक आचार्य डॉ नीरज कर्ण सिंह, डॉ आलेख एस नायक, डॉ सुरेंद्र कुमार, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे।