हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में विशेषज्ञ व्याख्यान का हुआ आयोजन
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) के फार्मास्युटिकल विज्ञान विभाग द्वारा मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले औषधीय और आहार संबंधी विकास विषय पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। आयोजन में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, हाजीपुर में सह आचार्य व अधिष्ठाता डॉ विपन कुमार परिहार विशेषज्ञ वक्ता के रूप में उपस्थित रहें। न्यूरोफार्माकोलॉजी में अपने अभूतपूर्व शोध के लिए विख्यात डॉ परिहार ने आयोजन में विस्तार से आहार संबंधी हस्तक्षेप और मस्तिष्क स्वास्थ्य के बीच जटिल संबंध पर प्रकाश डाला।
डॉ कुमार ने अपने संबोधन में प्रतिभागियों को नई फार्माकोथेरेप्यूटिक रणनीतियों, जिसका उद्देश्य संज्ञानात्मक कार्य में शामिल आणविक मार्गों को लक्षित करना है और जो दवा की खोज और विकास के लिए रास्ते में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है, पर विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने प्रतिभागियों का ध्यान फार्मास्युटिकल साइंसेज के क्षेत्र में उद्योग अकादमिक सहयोग के प्रमुख महत्व की ओर भी आकर्षित किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने अपने संदेश के माध्यम से न्यूरोफार्माकोलॉजी के क्षेत्र में अपना करियर तलाशने के लिए विशेष रूप से एम फार्मा के छात्रों के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करने पर फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग द्वारा सराहना की। विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ दिनेश कुमार ने डॉ विपन कुमार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अवश्य ही उनके द्वारा प्रस्तुत ज्ञान के माध्यम से मानव स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए तंत्रिका विज्ञान और फार्माकोलॉजी की सीमाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ अशोक जांगड़ा ने बताया कि यह विशेषज्ञ वार्ता विशेष रूप से एम फार्म के विद्यार्थियों व फार्मास्युटिकल साइंसेज के पीएचडी शोद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम युवा शोधार्थियों में वैज्ञानिक सोच और योग्यता विकसित करने के मददगार होगा। आयोजन में संकाय सदस्य डॉ सुमित कुमार, डॉ मनीषा पांडे और डॉ तरूण कुमार भी उपस्थित रहे।