भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान में प्रोटीन पहचान पर कार्यशाला का आयोजन
बरेली : भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान के जैव रसायन विभाग में स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए छह दिवसीय कार्यशाला का आयोजन “जैविक नमूनों से प्रोटीन की पहचान” विषय पर किया जा रहा है। इस कार्यशाला में संस्थान के १८ प्रशिक्षार्थियों ने भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को नए टीकों और दवाइयों के विकास के लिए आवश्यक शोध कौशल विकसित करना है।

कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर संस्थान के संयुक्त निदेशक शैषणिक डॉ एस के मेंदीरत्ता ने कहा, “यह कार्यशाला विद्यार्थियों के अनुसंधान कौशल और तकनीकी क्षमता के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे विद्यार्थियों की जटिल अनुसंधान कार्यों को करने की क्षमता में वृद्धि होगी और उनका कौशल भी बेहतर होगा।”
जैव रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राघवेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में प्रोटीन के महत्व और इसके वैज्ञानिक अनुसंधान में भूमिका के बारे में विस्तार से बताया।
कार्यक्रम के पाठ्यक्रम निदेशक डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों को प्रोटीन पहचान और विश्लेषण के लिए बायोकैमिकल तकनीकों के बारे में गहन जानकारी दी जाएगी, जिससे वे विभिन्न विभागों में अपने अनुसंधान कार्यों को आसानी से कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, छात्रों को एसडीएस-पेज, वेस्टर्न ब्लॉटिंग और द्वितीयक संरचना जैसी महत्वपूर्ण तकनीकों से भी परिचित कराया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन डॉ करुणा ईरंगबम ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजय कुमार द्वारा दिया गया। इस अवसर पर जैव रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राघवेंद्र सिंह, डॉ मोहिनी सैनी, डॉ प्रवीण सिंह, डॉ मनीष महावर, डॉ मीता सक्सेना, सुश्री पूजा और जैव रसायन विभाग के समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।