एचएनएलयू और छत्तीसगढ़ पुलिस सहयोग से नए आपराधिक कानूनों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन
नया रायपूर : नए आपराधिक कानूनों पर दो दिवसीय ‘क्षमता निर्माण कार्यक्रम’ के पहले सत्र का उद्घाटन 25 मई 2024 को छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय में किया गया। यह एचएनएलयू और छत्तीसगढ़ पुलिस के मध्य एक सहयोगी परियोजना है। कार्यक्रम में मुख्य अथिति, गृह मंत्रालय की आपराधिक सुधार समिति के अध्यक्ष, प्रोफेसर रणबीर सिंह, विशिष्ट अतिथि, वरिष्ठ अधिवक्ता, किशोर भादुड़ी तथा एडीजी, आईजी और डीआईजी स्तर के 150 पुलिस अधिकारी उपस्थित थे|
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में एचएनएलयू के कुलपति प्रो डॉ वी सी विवेकानंदन ने कहा कि इस तकनीकी युग में कानून के तेजी से बदलते स्वरूप के मुद्दों को संबोधित करने के लिए सौ साल से भी अधिक पुराने ब्रिटिश विरासत में मिले कानूनों को नए कानून से बदलने की आवश्यकता है| उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य देश में पहला राज्य है जिसकी पुलिस विभाग ने अपने शीर्ष अधिकारियों तथा एसएचओ स्तर के अधिकारियों के लिए एक व्यापक क्षमता निर्माण कार्यक्रम तैयार किया है, जिसके लिए एचएनएलयू को ज्ञान भागीदार के रूप में सहयोग करने पर गर्व है।
विशिष्ट अतिथि, किशोर भादुड़ी, वरिष्ठ अधिवक्ता एवं एचएनएलयू के प्रतिष्ठित विधिवेत्ता प्रोफेसर, ने प्रवर्तन अधिकारियों की बहुमुखी भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि उन्हें टेक्नोक्रेट के रूप में कार्य करना चाहिए तथा अपने दृष्टिकोण में सामाजिक संवेदनशीलता लानी चाहिए।
गृह मंत्रालय के आपराधिक कानून सुधार समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं एचएनएलयू में प्रतिष्ठित विधिवेत्ता प्रोफेसर एवं मुख्य अतिथि प्रो डॉ रणबीर सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशिक्षण के तीन प्रमुख घटक: संवेदनशीलता, जागरूकता और क्षमता निर्माण बहुत महत्वपूर्ण हैं| उन्होंने इस कार्यक्रम में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तथा प्रोफेशनल इनपुट प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस और एचएनएलयू को बधाई दी।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में छत्तीसगढ़ पुलिस के महानिदेशक अशोक जुनेजा (आईपीएस) ने उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में चल रहे सुधार के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है तथा उन्होंने एचएनएलयू को इस भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।
समारोह का समापन एचएनएलयू के रजिस्ट्रार प्रभारी डॉ विपन कुमार द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री (गृह) की उपस्थिति में मार्च 2024 में एचएनएलयू और छत्तीसगढ़ पुलिस के बीच सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसका क्रियान्वयन तीन चरणों में किया जाएगा| पहले चरण में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों (एडीजी और आईजी स्तर) के लिए 2-दिवसीय कार्यक्रम तथा दूसरे चरण में डीआईजी और एसपी स्तर के अधिकारियों के लिए 3-दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाना है| उसके बाद तीसरे चरण में 5-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों के 6 बैच शामिल हैं।
इस पहल का उद्देश्य लगभग 1000 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को ‘मास्टर ट्रेनर’ के रूप में प्रशिक्षित करना है। इस कार्यक्रम को सेंटर फॉर कम्पेरेटिव लॉ (स्कूल फॉर लॉ एंड गवर्नेंस) और सेंटर फॉर लॉ एण्ड फोरेंसिक (स्कूल फॉर लॉ एंड टेक्नोलॉजी) द्वारा डिजाइन किया गया है, जो एचएनएलयू के शोध केंद्र हैं। एचएनएलयू के सहायक प्रोफेसर डॉ पंकज उंबरकर और अभिनव के शुक्ला इस कार्यक्रम के संयोजक थे।