हिंदी विवि में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का जिम्मेदारी से उपयोग : जनसंपर्क की भूमिका विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी उद्घाटित
विकसित भारत की लक्ष्यपूर्ति में कृत्रिम बृद्धिमत्ता होगी अग्रणी – प्रो कुमुद शर्मा
वर्धा : महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो कुमुद शर्मा ने कहा कि हमें नई तकनीकी के साथ कदमताल करना होगा। विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में कृत्रिम बृद्धिमत्ता अग्रणी सिद्ध होगी। हमें विवेक, जागरूक और सर्तकता के साथ कृत्रिम बृद्धिमत्ता का प्रयोग करना चाहिए।
कुलपति प्रो शर्मा महाराष्ट्र सरकार के माहिती व जनसंपर्क महासंचालनालय, नागपुर, विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग व जनसंपर्क कार्यालय तथा पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया, वर्धा चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में 22 अप्रैल को ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता का जिम्मेदारी से उपयोग : जनसंपर्क की भूमिका’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पीआरएसआई, पश्चिम के उपाध्यक्ष के एस पी सिंह, नागपुर तथा मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो फरहद मलिक, जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो कृपाशंकर चौबे, विवि के कुलसचिव प्रो आनन्द पाटील व अमरावती विभाग के माहिती उपसंचालक अनिल आलुरकर मंच पर उपस्थित थे।


22 एवं 23 अप्रैल को आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन गालिब सभागार में किया गया। इस अवसर पर पीआरएसआई, पश्चिम के उपाध्यक्ष के एस पी सिंह ने कहा कि बदलते परिदृश्य में जनसंपर्क के लिए कृत्रिम बृद्धिमत्ता का प्रयोग अपने दैनिक कामकाज में करना चाहिए। उन्होंने कविता और शेरों-शायरी से उपस्थितों को कृत्रिम बृद्धिमत्ता का महत्व समझाया। अमरावती विभाग के माहिती उपसंचालक अनिल आलुरकर ने कृत्रिम बृद्धिमत्ता के खतरे और उससे सावधान रहने की आवश्यकता बताते हुए इस तकनीक का देश और समाज की भलाई के लिए उपयोग करने की बात कही।
स्वागत वक्तव्य में मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो फरहद मलिक ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा को कृत्रिम बृद्धिमत्ता के साथ जोड़कर उसे हमें देश और दुनिया में प्रचारित-प्रसारित करना चाहिए। विषय प्रवर्तन करते हुए जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो कृपाशंकर चौबे ने बताया कि कैसे चैट जीपीटी से समस्याओं का हल किया जा सकता है। कृत्रिम बृद्धिमत्ता का हमारे जीवन पर प्रभाव पड रहा है और इससे बहुत बड़ा परिवर्तन भी आ रहा है।
विवि के जनसंपर्क अधिकारी व पीआरएसआई वर्धा चैप्टर के सचिव बी एस मिरगे ने देते हुए कहा कि पीआरएसआई के देश भर में 25 चैप्टर कार्यरत है जिसमें जनसंपर्क अधिकारी, मीडिया शिक्षक एवं मीडिया के विद्यार्थी जुड़े हुए है। हर वर्ष 21 अप्रैल को नए विषय के साथ राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस मनाया जाता है। इस दौरान अतिथियों का स्वागत सूतमाला, शॉल एवं सम्मान चिह्न से किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं विवि के कुलगीत से किया गया। कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग के एसोशिएट प्रोफेसर संगोष्ठी के संयोजक तथा पीआरएसआई वर्धा चैप्टर के अध्यक्ष डॉ राजेश लेहकपुरे ने किया तथा वर्धा जिला माहिती अधिकारी रवि गीते ने आभार माना।
इस अवसर पर विदर्भ के जिला माहिती अधिकारी, जनसंपर्क अधिकारी, माहिती सहायक, विवि के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
उद्घाटन सत्र के बाद महादेवी वर्मा सभागार में ‘शिक्षा के उत्थान में ए.आई. की उपयोगिता’ विषय पर विवि शिक्षा विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो गोपाल कृष्ण ठाकुर की अध्यक्षता में अकादमिक सत्र आयोजित किया गया जिसमें विवि के लीला प्रभारी डॉ अंजनी कुमार राय, आईआईआईटी, नागपुर के सहायक प्रोफेसर डॉ शिशुपाल कुमार, सॉफ्टवेयर एसोशिएट डॉ हेमलता गोडबोले ने विचार रखे। सत्र का संचालन पीआरएसआई वर्धा चैप्टर के उपाध्यक्ष प्रफुल्ल दाते ने किया तथा सहायक प्रोफेसर डॉ अनवर अहमद सिद्दीकी ने आभार माना।
‘मीडिया एवं जनसंपर्क में एआईकी उपयोगिता’ आयोजित सत्र की अध्यक्षता पीआरएसआई पश्चिम के उपाध्यक्ष एस पी सिंह ने की। सत्र में जिला माहिती अधिकारियों ने सहभागिता कर जनसंपर्क में एआई की उपयोगिता पर चर्चा की।
बुधवार, 23 अप्रैल को तृतीय अकादमिक सत्र 11:00 बजे ‘एआई का प्रयोग : नैतिकता एवं संकट प्रबंधन’ विषय पर होगा। चतुर्थ अकादमिक सत्र दोपहर 03:00 बजे साइबर सुरक्षा और एआई विषय पर होगा जिसकी अध्यक्षता हिंदी विवि के विधि विद्यापीठ के अधिष्ठाता प्रो जनार्दन कुमार तिवारी करेंगे। सत्र में विवि के मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी डॉ गिरीश चन्द्र पाण्डेय विचार रखेंगे।
संगोष्ठी का समापन बुधवार, 23 अप्रैल को अपराह्न 04:40 बजे विवि की कुलपति प्रो कुमुद शर्मा की अध्यक्षता में किया जाएगा। इस अवसर पर आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल सावंगी (मेघे) के विशेष कार्य अधिकारी तथा पीआरएस आई वर्धा चैप्टर के उपाध्यक्ष संजय इंगळे तिगांवकर विशिष्ट अतिथि होंगे। सत्र में विवि के जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो कृपाशंकर चौबे की विशिष्ट उपस्थिति होगी।