शेखावाटी विश्वविद्यालय के मीडिया स्टूडेंट्स ने सीखी पत्रकारिता की बारीकियां

पीडीयूएसयू के स्टूडेंट्स ने किया प्रिंट मीडिया और एफएम का शैक्षणिक भ्रमण

सीकर : पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग (मीडिया डिपार्टमेंट) के स्टूडेंट्स ने शुक्रवार को दो मीडिया संस्थानों को शैक्षणिक भ्रमण किया और प्रिंट मीडिया और एफएम रेडियो के गुर सीखे। शेखावाटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ अनिल कुमार राय ने बताया कि स्टूडेंट्स को प्रेक्टिकल नॉलेज प्रदान करने के उदृेश्य से दैनिक भास्कर कार्यालय, प्रिंटिंग प्रेस और डिजिटल मीडिया की विजिट करवाई गई। उन्होंने बताया कि आज स्टूडेंट्स को थ्योरी से ज्यादा जरुरत प्रेक्टिकल ज्ञान की है।

इस अवसर पर दैनिक भास्कर आर—2 के राज्य संपादक और सीकर के संपादक बिजेन्द्र सिंह शेखावत ने स्टूडेंट्स को समाचार बनने से लेकर संपादन की पूरी कार्यप्रणाली और प्रक्रिया समझाई। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में खबर पल—पल में बदल जाती है, इसलिए अधिक सचेत रहने की जरूरत है। संपादक बिजेन्द्र सिंह शेखावत ने समाचार मूल्य, न्यूज स्रोस, खबर के महत्व को ​विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से समझाया और अखबार निर्माण के बारे में भी बताया। शेखावत ने स्टूडेंट्स के सवालों का भी संतुष्टिपूर्ण जवाब दिया।

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प्रिंटिंग प्रेस के भ्रमण के दौरान एमएजेएमसी के स्टूडेंट्स ने अखबार प्रकाशित होने की समस्त तकनीकी बारीकियां जानने का प्रयास किया। प्रेस में सीएमवा​ईके कलर्स के उपयोग और उससे बनने वाले सारे रंगों की प्रक्रिया भी समझाई गई। दैनिक भास्कर सीकर के चीफ रिपोर्टर कुलदीप पारीक ने भी खबर के विभिन्न पहलुओंं और रिपोर्टिंग की टेक्नीक्स बताई। इस दौरान विवि के मीडिया डिपार्टमेंट के प्रभारी डॉ महेश गुप्ता, मीडिया शिक्षक डॉ अनुपम राय और डॉ जितेंद्र​ सारावत भी उ​पस्थित थे। शैक्षणिक भ्रमण के लिए स्टूडेंट्स ने कुलपति प्रो डॉ अनिल कुमार राय का आभार प्रकट किया।

स्टूडेंट्स ने जाने एफएम रेडियो के गुर

प्रिंट मीडिया विजिट के बाद स्टूडेंट्स ने एफएम सीकर 89.6 रेडियो स्टेशन की ​शैक्षणिक विजिट की। डॉयरेक्टर डॉ अ​मित माथुर ने एफएम रेडियो की कार्यप्रणाली को समझाया और उन्होंने स्टूडेंट्स के एफएम से जुड़े सवालों का भी जवाब दिया। इस दौरान वहां उपस्थित आरजे शान और आरजे नैना ने अपनी मधुर आवाज में कार्यक्रम रिकॉर्ड किया। उन्होंने रेडियो स्टेशन के संचालन, कार्यक्रमों के निर्माण, संशोधन और प्रसारण की संपूर्ण प्रकिया को समझाया। विद्यार्थियों ने आरजे नैना के साथ रेडियो लाइव रिकॉर्डिंग का भी अनुभव प्राप्त किया। इस अवसर पर मौजूद डॉ अ​मित माथुर और आरजे शान ने बताया कि एफएम किस तरह समाचार पत्र और टेलीविजन से अलग अपनी पहचान बनाता है और अपनी मधुर आवाज व कार्यक्रमों से जनता को बांधे रखता है।

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