हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय स्टीरियो रसायन शास्त्र व्याख्यानमाला का आयोजन
एचआइवी और कैंसर का ईलाज स्टीरियो कैमेस्ट्री से ही संभव – प्रो कल्सी
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) के रसायन विज्ञान विभाग में तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान श्रृंखला में मुख्य वक्ता प्रो पी एस कल्सी रहे। प्रो पी एस कल्सी ने दो दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला के तहत ओरगेनिक रसायन शास्त्र की ब्रांच स्टीरियो रसायन शास्त्र के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह हमारे विश्वविद्यालय तथा रसायनविज्ञान विभाग के लिये गर्व का विषय है कि प्रो पीएस कल्सी विश्वविद्यालय में विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि रसायन विज्ञान विभाग शोध में बेहतरीन कार्य कर रहा है। यह विश्वविद्यालय के लिये भी गर्व की बात है।
रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो विनोद कुमार ने प्रो पीएस कल्सी का विभाग में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिये गर्व और खुशी की बात है कि प्रो पीएस कल्सी ने हमारा निमंत्रण स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि स्टीरियो रसायन शास्त्र में आज कैंसर तथा एचआइवी की रोकथाम से संबंधित तमाम प्रकार के शोध हो रहे है। यह एक उभरता हुआ क्षेत्र है और पूरे विश्व में इसकी मांग है।
इस विषय पर प्रोफेसर पीएस कल्सी ने बोलते हुए कहा कि स्टीरियो रसायन शास्त्र के माध्यम से पूरे विश्व को कैंसर, एचआइवी और हेपटाइटस जैसी लाइलाज बीमारियों से बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्टीरियो रसायन शास्त्र का आज के समय प्रयोग ड्रग्स, डाई में भरपूर हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनको पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में कैंसर, एचआइवी जैसी बीमारियों का इलाज जल्द ही सुगमता से सुलभ हो सकेगा और भारत इसमें उसी प्रकार से अग्रणी भूमिका निभायेगा जैसा कि कोविड वैक्सीनेशन के समय निभाई थी। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व स्टीरियों रसायन शास्त्र में भारत को उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है।
उन्होंने रसायन शास्त्र के विद्यार्थियों और शोधार्थियों से कहा कि स्टीरियो रसायन शास्त्र का भविष्य पूरे विश्व में काफी उज्जवल है और यहां पर भरपूर अवसर है। उन्होंने कहा कि अगर विद्यार्थी इस क्षेत्र में कठोर मेहनत करेंगे तो उनको बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। विभाग के इस तीन दिवसीय व्याख्यनमाला कार्यक्रम का मंच संचालन प्रो हरीश कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि प्रो कल्सी का नाम पूरे विश्व में स्टीरियो रसायन शास्त्र और स्पेक्ट्रोस्कोपी में प्रसिद्ध है और इनकी 11 किताबें विश्व प्रसिद्ध पब्लिशिंग हाउस के साथ आ चुकी है।
प्रो हरीश ने कहा कि सन 1985 में रसायन शास्त्र की नोबेल कमेटी ने भी इनको रसायन शास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता के चयन में सहायता के लिये बुलाया था। इसके साथ ही इनको सन 2011 में अंतर्राष्ट्रीय रसायन शास्त्र ईयर में लाईफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रो कल्सी के 150 से ज्यादा पेपर बेहतरीन शोध जर्नल में प्रकाशित हो चुके है और 50 से अधिक शोधार्थी इनके निर्देशन में अपना शोध कार्य पूर्ण कर चुके है।