कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालयको मिला पर्यावरण संरक्षण चैम्पियन अवार्ड 2025
हरियाणा का एकमात्र विश्वविद्यालय जिसे मिला यह गौरव | प्रकृति संरक्षण में निभा रहा अग्रणी भूमिका
कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) को भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून द्वारा “पर्यावरण संरक्षण चैम्पियन अवार्ड 2025” से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार हरियाणा राज्य से किसी भी विश्वविद्यालय को मिला एकमात्र सम्मान है, जिससे केयू ने एक बार फिर पर्यावरण संवर्धन के क्षेत्र में अपनी अग्रणी भूमिका सिद्ध की है।
इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा, “यह पुरस्कार हमारे संकल्प, प्रयास और प्रकृति के प्रति समर्पण का परिणाम है। केयू पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर कार्यरत है और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है।”

प्रो. सचदेवा ने बताया कि विश्वविद्यालय ने 40 एकड़ क्षेत्र को संरक्षित पर्यावरणीय क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया है। साथ ही, विद्यार्थियों के लिए पौधारोपण को पाठ्यक्रम का अनिवार्य हिस्सा बना दिया गया है। विश्वविद्यालय ने 75,000 पौधे लगाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है, जो पिछले वर्ष से ही क्रियान्वित है।
‘वाईल्ड लाइफ वॉरियर’ कैटेगरी में इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है, जिसमें केयू ने विगत तीन वर्षों की संस्थागत एवं शैक्षणिक पर्यावरणीय गतिविधियों का संकलन प्रस्तुत किया था।
कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल ने कहा कि यह सम्मान विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति और अधिक सजग तथा प्रेरित करेगा।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि वर्ष 2010-11 में भी केयू को ग्रीन कैंपस अवार्ड प्राप्त हुआ था, और तब से ही विश्वविद्यालय पर्यावरणीय पहलों में लगातार योगदान देता आ रहा है।
इस अवसर पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. ए.आर. चौधरी एवं जूलॉजी विभाग के प्रो. दीपक राय बब्बर भी उपस्थित रहे।
यह उपलब्धि न केवल केयू के लिए गौरव की बात है, बल्कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत है।