हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए योग का महत्व पर पैनल चर्चा संपन्न

दिव्यांगजन को आत्मनिर्भर बनाता है योग – प्रो नवीन कुमार

महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में मनोविज्ञान विभाग व छात्र सेवा प्रकोष्ठ के प्रयासों से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए योग का महत्व विषय पर पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। इस चर्चा में विशिष्ठ अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार उपस्थित रहे। चर्चा में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो नवीन कुमार व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय की प्रो रितु शर्मा सहित हकेवि के योग विभाग के डाॅ अजय पाल ने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए।

हकेवि में आयोजित पैनल चर्चा को संबोधित करते कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार साथ में विशेषज्ञ व प्रतिभागी

कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण देते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे शरीर व मन को स्वस्थ रखने वाला बताया। उन्होंने कहा कि योग के माध्यम से शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य दोनों ही अच्छे होते हैं। दिव्यांगजनों के विषय में योग और भी अधिक लाभकारी है वह उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है। कार्यक्रम की शुरुआत में विभाग के सहायक आचार्य डाॅ रवि प्रताप पांडे ने सभी अतिथियों का परिचय प्रतिभागियों से कराया।

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आयोजन में सम्मिलित विशेषज्ञ प्रो नवीन कुमार ने बताया कि योग कैसे विकलांग व्यक्तियों की जीवनशैली को सुधार उन्हें आत्मनिर्भर बना सकता है। उन्होंने पाया की योग आत्मा और शरीर को एकजुट करने की तकनीक है। सूरदास और स्टीफन हाकिन्स का उदाहरण देकर बताया की शारीरिक अक्षमता का मानसिक क्षमता से कोई संबंध नहीं है और योग मानसिक क्षमता को उन्नत करने में सहायक है। प्रो ऋतु शर्मा ने भी अपने संबोधन में योग और मानसिक स्वास्थ्य के बीच के संबंध पर जोर देते हुए बताया कि योग हमें विरासत में मिला है तथा हमें इसका भरपूर उपयोगकरना चाहिए।

डॉ अजय पाल ने योग के व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नियमित योगाभ्यास से शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की समस्याओं में राहत मिलती है।मनोविज्ञान की विभागाध्यक्ष पायल चंदेल ने पैनल चर्चा का संचालन करते हुए चर्चा को दिशा देते हुए सभी पैनलिस्ट की निर्धारित की गई बातों को सरलता से समझाया। प्रो चंदेल ने संपूर्ण सम्वाद का सार स्थापित करते हुए यह स्पष्ट किया कि योग दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

इस चर्चा ने सभी प्रतिभागियों को योग के महत्व के बारे में जागरूक किया और उन्हें अपने जीवन में इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद मीना भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में डाॅ प्रदीप कुमार ने मनोविज्ञान विभाग और छात्र सेवा प्रकोष्ठ की तरफ से सभी पैनलिस्ट और उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया।

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