भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने बीएचयू चिकित्सा संस्थान को एम्स की तर्ज पर सहयोग देने के लिए समझौता
नई दिल्ली : भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने बीएचयू स्थित चिकित्सा विज्ञान संस्थान को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत एम्स की तर्ज पर सहयोग उपलब्ध कराने के लिए एक त्रिपक्षीय समझौता (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।यह ऐतिहासिक एमओयू शुक्रवार को नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री श्री जे. पी. नड्डा, शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की उपस्थिति में हस्ताक्षरित हुआ। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री जे. पी. नड्डा ने कहा कि यह समझौता सरकार के विभिन्न विभागों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिससे जनहित के साझा लक्ष्यों को हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस एमओयू से एम्स, दिल्ली और आईएमएस, बीएचयू के बीच करीबी साझेदारी स्थापित होगी।
शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस अवसर पर कहा, “यह एमओयू दोनों संस्थानों के बीच शैक्षणिक और अनुसंधान साझेदारी को प्रोत्साहित करेगा, विशेषकर क्लिनिकल और स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में ज्ञान और विशेषज्ञता को साझा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।”
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने इस अवसर को विशेष बताते हुए कहा कि यह अवसर अनोखा है क्योंकि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय को दो मंत्रालयों द्वारा सहयोग प्राप्त हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय शैक्षणिक गुणवत्ता और अनुसंधान उत्पादकता में वृद्धि करेगा और एमओयू के तहत सभी कार्यों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगा।
हस्ताक्षर समारोह के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इस समझौते से बीएचयू में चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और क्लिनिकल सेवाओं को नई दिशा मिलेगी और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।