राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का शुभारंभ
शिक्षकों के लिए ‘प्रयोगशाला विकास और मैनुअल तैयार करने’ पर केंद्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
अजमेर, 19 नवंबर 2024: राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में आज से पांच दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम शिक्षकों के लिए ‘प्रयोगशाला विकास और मैनुअल तैयार करने’ पर केंद्रित है और 22 नवंबर तक चलेगा। इस कार्यक्रम में गुणवत्ता सुधार और नवीन शिक्षण पद्धतियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रयोगशाला अनुभव को विकसित करना, परिणाम आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना और संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना है।
कार्यक्रम के पहले दिन एनआईटीटीटीआर भोपाल से आए विशेषज्ञ प्रो. ए. एस. वाल्के और डॉ. सुसन एस. मैथ्यू ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में परिणाम-आधारित शिक्षा के लक्ष्यों पर चर्चा की। उन्होंने प्रभावी प्रयोगशालाओं के डिजाइन, स्मार्ट उद्देश्यों की अवधारणा और शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सामने आने वाली चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए।
राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद भालेराव ने इस अवसर पर कहा, “इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को प्रयोगशाला विकास और मैनुअल तैयार करने में आवश्यक कौशल प्रदान करना है। इससे न केवल शिक्षण प्रक्रियाएं अधिक प्रभावी होंगी, बल्कि शिक्षक आधुनिक दृष्टिकोण और तकनीकों से भी परिचित होंगे।”
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए स्कूल ऑफ अर्थ साइंसेज के डीन, डॉ. देवेश कुमार ने आधुनिक शिक्षा में सुसज्जित प्रयोगशालाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला और शिक्षण विधियों में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया।
वायुमंडलीय विज्ञान विभाग 2016 में स्कूल ऑफ अर्थ साइंसेज के तहत स्थापित किया गया था। यह एमएससी दोनों प्रदान करता है। और पीएचडी कार्यक्रम। कार्यक्रमों के उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अंतःविषय अनुसंधान को बढ़ावा देना है। इसमें वायुमंडल और महासागर, जलवायु मॉडलिंग, मानसून, और उच्च प्रभाव गंभीर मौसम पूर्वानुमान के भौतिक और सामाजिक परिणामों को समझने के लिए संख्यात्मक मॉडलिंग शामिल है। विभाग राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग विकसित कर रहा है।
इस कार्यक्रम का समन्वय डॉ. नरेंद्र कुमार, डॉ. शैज़ी अहमद, डॉ. रुचि मलिक और डॉ. सुखमंदर सिंह द्वारा किया जा रहा है, और यह आयोजन कुलपति प्रो. आनंद भालेराव के नेतृत्व में सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है।