हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में कृषक कृतज्ञता दिवस का हुआ आयोजन
विश्वविद्यालय परिसर में जुटे स्थानीय किसान
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), में बुधवार को कृषक कृतज्ञता दिवस के अवसर पर विशेष आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार, सम-कुलपति प्रो सुषमा यादव, प्रो एन के सिंह सहित संकाय सदस्यों और किसानों द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती पूजा के साथ हुई। इस आयोजन में लगभग पचास किसानों ने प्रतिभागिता की। आयोजन में भारत रत्न प्रोफेसर एम एस स्वामीनाथन को वैश्विक खाद्य सुरक्षा में उनके अभूतपूर्व योगदान को याद किया गया।
आयोजन में मुख्य अतिथि सम्मिलित एनआईपीबी, नई दिल्ली के प्रो एन के सिंह ने बायोटेक्नोलॉजिकल उपकरणों का उपयोग करके चावल की किस्मों के विकास में अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने किसानों को सहकारी समूह बनाने और बाजार-उन्मुख खेती से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रो सिंह ने किसानों का समर्थन करने के लिए कई सरकारी पहलों को भी प्रतिभागियों से साझा किया और उनसे इन योजनाओं को कुशलतापूर्वक समझने और उपयोग करने का आग्रह किया ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके।
आयोजन में कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार व समकुलपति प्रो सुषमा यादव ने किसानों का पगड़ी व शॉल से स्वागत किया। कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने अपने संबोधन में किसानों की आय में सुधार की चुनौतियों और कृषि आधारित व्यवसायों में युवाओं को बनाए रखने की आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने कृषि उद्योग के रूप में खेती को विकसित करने और अनुसंधान और व्यावहारिक खेती के बीच की खाई को पाटने के महत्त्व पर जोर दिया। कुलपति ने वैज्ञानिकों को किसानों के साथ जुड़े रहने और उनकी चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझने तथा उनका समाधान करने की आवश्यकता पर बल दिया।
विश्वविद्यालय समकुलपति प्रो सुषमा यादव ने किसानों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने संकाय सदस्यों से कृषि से जुड़े क्षेत्र में अनुसंधान तेज करने का आग्रह किया। प्रो यादव ने कृषि को अधिक लाभदायक बनाने के लिए फसल विविधीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया और किसानों की आय में सुधार के लिए सुविचारित योजना का पर जोर दिया।
आयोजन में कृषि विज्ञान केंद्र, महेंद्रगढ़ के निदेशक डॉ रमेश कुमार ने इस क्षेत्र में काम करने और विभिन्न किसान समूहों के बीच संपर्क स्थापित करने के अपने अनुभव साझा किए। इस अवसर पर कई प्रगतिशील किसानों ने कृषि व्यवसाय शुरू करने के अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का समापन दो व्यावहारिक कार्यशालाओं के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ हुआ, जिनका संचालन डॉ हुमीरा सोनाह ने किया। आयोजन में प्रो पवन कुमार मौर्य और प्रो कांति प्रकाश शर्मा तथा डॉ रुपेश देशमुख ने कार्यक्रम के आयोजन सचिव की भूमिका का निर्वहन किया। आयोजन में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के संयोजक प्रो दिनेश कुमार गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।