काशी हिन्दू विश्वविद्यालय मे एआई और शोध नैतिकता पर विशेषज्ञों के सत्र आयोजित
वाराणसी : प्रथम सत्र में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के उप-पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ0 नीरज चौरसिया ने ‘अकेडमिक इंटीग्रिटी एण्ड एथिकल गाइडलाइन्स इन रिसर्च: एन्श्योरिंग क्रेडिबिलटी एण्ड ऑनेस्टी’ विषय पर ऑनलाइन माध्यम से शोध क्षेत्र में नवीन तकनीकि एवं प्लेजरिज़्म के विषय से अवगत कराया।
इसी के साथ काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, संगणक विभाग की प्रोफेसर मंजरी गुप्ता ने प्लेजरिज़्म डिटेक्शन एवं प्रिवेंशन पर वक्तव्य देते हुये आइथेंटिकेट के प्रयोगात्मक पहलुओं पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही शोध छात्रों के अनेक प्रश्नों के उŸार देकर शोध तथा ए.आई. आदि विषय पर जिज्ञासा सम्पन्न की। उनके साथ आयीं प्रोफेसर फ्लोरेंस सिड्स जो कि यूनिवर्सिटी ऑफ टोलोस, फ्रांस से हैं, ने भी विषय से सम्बन्धित अपने विचारों को प्रस्तुत किया।
तृतीय सत्र में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से ही आये प्रोफेसर भास्कर मुखर्जी, आचार्य, सूचना एवं विज्ञान विभाग ने ”द ए.आई. इन अकेडमिक रिसर्च: इनहेन्सिंग ऑर इक्लिपसिंग ह्यूमन इंटिलिजेंस” विषय पर ए.आई. के सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलुओं से अवगत कराया।
अंत में प्राचार्या महोदया एवं कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता ने सभी पंजीकृत शोधार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया। कार्यक्रम का संचालन शोध छात्र अनिकेत मंडल ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 नवीन कुमार, सहायक आचार्य, मनोविज्ञान अनुभाग, महिला महा़िवद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने किया।