हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में आठ दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 अभिविन्यास एवं संवेदीकरण की शुरुआत
हरियाणा / महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 (एनईपी) पर केंद्रित आठ दिवसीय ऑनलाइन संकाय संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन शुरू हुआ। इस कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार के द्वारा किया गया। इस अवसर पर कुलपति ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि एनईपी 2020 भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी, जो विद्यार्थियों के बीच उद्यमिता और व्यावसायिक कौशल के विकास को प्राथमिकता देती है।
कुलपति ने आगे कहा, “नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पाठ्यक्रम के प्रारूप में कई बदलाव किए गए हैं, और विश्वविद्यालय के विभिन्न कार्यक्रमों तथा डिग्रियों के स्तर पर भी परिवर्तन देखने को मिलेंगे।” उन्होंने बहु-प्रवेश और निकास प्रणाली के लाभों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यह नीति केवल समझने की नहीं, बल्कि इसके क्रियान्वयन पर भी जोर देना आवश्यक है।
कार्यक्रम की शुरुआत में एमएमटीटीसी-हकेवि के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। प्रो. सुरेंद्र सिंह, एमएमटीटीसी-हकेवि के उप निदेशक ने कुलपति का औपचारिक परिचय दिया। इस कार्यक्रम का समन्वय शिक्षा विभाग के डॉ. देवेन्द्र कुमार और डॉ. चांदवीर द्वारा किया जा रहा है।
आयोजन के पहले दिन एनसीईआरटी, नई दिल्ली के प्रो. एसके यादव, जो पूर्व प्रमुख रहे हैं अध्यापक शिक्षा विभाग के, ने प्रतिभागियों को उच्च शिक्षा और समाज विषय पर संबोधित किया।
इस कार्यक्रम में 12 राज्यों और 35 विश्वविद्यालयों के कुल 95 प्रतिभागियों ने पंजीकरण किया है। यह आयोजन शिक्षा क्षेत्र में एक नई दिशा और दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने का कार्य करेगा, जिससे शिक्षक और शिक्षा क्षेत्र के अन्य पेशेवरों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के सभी पहलुओं को समझने और लागू करने में मदद मिलेगी।