धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय ने महाराष्ट्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, नागपुर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
जबलपुर : शैक्षणिक उत्कृष्टता और समग्र विधिक शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए प्रसिद्ध, धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (डीएनएलयू) ने रणनीतिक सहयोग के माध्यम से अपने संस्थागत संबंधों को मजबूत किया है। प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ अपनी साझेदारी की श्रृंखला को जोड़ते हुए, डीएनएलयू ने महाराष्ट्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एनएलयू), नागपुर के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
इस समझौते का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों के लिए विनिमय कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, सहयोगी अनुसंधान और प्रकाशनों को सुविधाजनक बनाना और संयुक्त प्रशिक्षण और शैक्षणिक पहल स्थापित करना है।
मध्य प्रदेश धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय अधिनियम, 2018 के तहत वर्ष 2018 में स्थापित, डीएनएलयू का उद्देश्य विधिक शिक्षा को आगे बढ़ाना और भारतीय संविधान के अनुसार विधि के शासन को बनाए रखना है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति जे के माहेश्वरी विश्वविद्यालय के विजिटर, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री सुरेश कुमार कैत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार सिन्हा विश्वविद्यालय के कुलपति, व डॉ. प्रवीण त्रिपाठी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार है जिन सभी के मार्गदर्शन में बीए एलएलबी (ऑनर्स), एलएलएम अवं पीएचडी कोर्स विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को प्रदान किये जा रहे है।
महाराष्ट्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय अधिनियम, 2014 के तहत स्थापित एनएलयू, नागपुर ने अपने कुलपति प्रो. (डॉ.) विजेंद्र कुमार और अपने रजिस्ट्रार श्री विवेक बी. गव्हाने के नेतृत्व में विधिक शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिये है।
प्रो. (डॉ.) विजेंद्र कुमार, एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् है, जिन्होंने पहले राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय और न्यायिक अकादमी, असाम के कुलपति अवं नालसार विधि विश्वविद्यालय, हैदराबाद में रजिस्ट्रार के रूप में काम किया हैं। तेलंगाना सरकार से ‘कॉमनवेल्थ फ़ेलोशिप, यूके’ (2009-2010) और ‘मेधावी विधि शिक्षक पुरस्कार’ (2019) प्राप्त करने वाले प्रो. कुमार भारत में विधि शिक्षा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
एमओयू पर औपचारिक रूप से 24 जनवरी, 2025 को प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार सिन्हा और प्रो. (डॉ.) विजेंद्र कुमार ने एनएलयू नागपुर परिसर में श्री विवेक बी. गव्हाणे, प्रो. (डॉ.) विजय प्रताप तिवारी, प्रॉक्टर और डॉ. चमारती रमेश कुमार, डिप्टी रजिस्ट्रार (शैक्षणिक) की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
यह सहयोग विधि क्षेत्र में क्षमता निर्माण, शिक्षा और अनुसंधान में दोनों संस्थानों की ताकत का लाभ उठाने का प्रयास करता है। इस समझौते में छात्रों और शिक्षकों के लिए विनिमय कार्यक्रम, सहयोगी अनुसंधान परियोजनाएं और सेमिनार, सम्मेलन और मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं जैसे संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रम शामिल हैं। प्रो. विजेंद्र कुमार की व्यापक विशेषज्ञता से डीएनएलयू के विकास और शैक्षणिक उत्कृष्टता में महत्वपूर्ण योगदान मिलने की उम्मीद है।