हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी व राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा महिलाओं की डिजिटल सुरक्षा पर कंसल्टेशन कार्यक्रम का उद्घाटन

“यह सिर्फ साइबर अपराध का समय नहीं, बल्कि साइबर युद्ध का समय है। एडीजी कल्लूरी”

छत्तीसगढ़ / रायपुर : हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (HNLU), रायपुर ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW), नई दिल्ली के सहयोग से “साइबर लॉज़ एंड वीमेन” शीर्षक से एक महत्वपूर्ण कंसल्टेशन प्रोग्राम आयोजित किया। यह आयोजन HNLU के परिसर, अटल नगर, नया रायपुर में संपन्न हुआ, जिसका उद्देश्य महिलाओं की डिजिटल सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता फैलाना और कानूनी संरक्षण के विकल्पों पर चर्चा करना था।इस एक दिवसीय कंसल्टेशन प्रोग्राम में चार प्रमुख सत्र आयोजित किए गए, जिनमें महिलाओं को टारगेट करने वाले वित्तीय धोखाधड़ी, गैर-सहमति से निजी तस्वीरें साझा करने के खिलाफ कानून, डिजिटल युग में महिलाओं की सुरक्षा और ए आई -चालित साइबर अपराधों का मुकाबला, और साइबरस्पेस में महिलाओं का शोषण और उससे संबंधित कानून पर विस्तार से चर्चा की गई।

कंसल्टेशन का उद्घाटन छत्तीसगढ़ पुलिस के एडीजी श्री एस. आर. पी. कल्लूरी ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा, “यह सिर्फ साइबर अपराध का समय नहीं, बल्कि साइबर युद्ध का समय है।” उन्होंने यह भी बताया कि महिलाएं साइबर धोखाधड़ी की सबसे आसान शिकार बनती हैं और राज्य सरकार इस प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए निरंतर कदम उठा रही है। विशिष्ट अतिथि सुश्री मोनिका यादव, डिप्टी सेक्रेटरी, NCW ने कार्यक्रम में बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग महिलाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने के लिए विभिन्न पहलों पर काम कर रहा है, जिससे वे साइबर अपराधों के खिलाफ शिकायत तंत्र और अपने अधिकारों के बारे में जागरूक हो सकें।

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सम्मेलन में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कई न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं ने अपने विचार साझा किए। इनमें शामिल थे:

  • विभा पांडे, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, रायपुर
  • दीप्ति लाकड़ा, सिविल जज, सीनियर डिवीजन, रायपुर
  • सायफा शिबली, अधिवक्ता, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय
  • अक्षय बाजपाई, अधिवक्ता, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय

साथ ही शैक्षणिक क्षेत्र से भी कई प्रमुख व्यक्तित्वों ने इस आयोजन में भाग लिया, जिनमें डॉ. पूजा कियावत (एनएलआईयू, भोपाल), डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव (HNLU, रायपुर), और डॉ. अजीम पठान (कलिंगा यूनिवर्सिटी) प्रमुख थे। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा और सुश्री भावना गुप्ता ने अपने अनुभवों को साझा किया और बताया कि कैसे पुलिस प्रशासन महिलाओं को साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को साइबर अपराधों से बचाने के लिए कानूनी ढांचे के बारे में जागरूकता फैलाना और डिजिटल युग की चुनौतियों से निपटने के लिए सुधारों पर चर्चा करना था।

HNLU और NCW की इस संयुक्त पहल ने महिलाओं के लिए सुरक्षित डिजिटल स्थान सुनिश्चित करने और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन डॉ. विपन कुमार, रजिस्ट्रार I/C ने दिया, जबकि डॉ. अतुल जयभाये (आयोजन सचिव) ने कंसल्टेशन पर प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन श्री अभिनव के. शुक्ला (सह-सचिव) ने प्रस्तुत किया।

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