हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रशासनिक सेवाओं में प्रवेश पर केंद्रित व्याख्यान श्रृंखला का हुआ समापन

महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) के समाजशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय व्याख्यान श्रंृखला का शुक्रवार को समापन हो गया। व्याख्यान श्रृंखला का उद्देश्य प्रशासनिक सेवाओं में प्रवेश की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों का मार्गदर्शन और प्रेरणा करना है। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करवाने के लिए समाजशास्त्र विभाग को बधाई दी। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों को उनकी शैक्षणिक यात्रा में उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करते हैं।

Concluding lecture series focused on entry into administrative services in Central University of Haryana

आयोजन के तीसरे दिन कार्यक्रम संयोजक एवं समाजशास्त्र विभाग के शिक्षक प्रभारी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। विभाग के शोधार्थी रूपक वर्मा ने कार्यक्रम की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। विभाग के शोधार्थी पोरस यादव ने मुख्य वक्ता का परिचय प्रस्तुत किया। आयोजन में मुख्य वक्ता महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के प्रो खजान सिंह सांगवान ने प्रशासनिक सेवाओं की तैयारियों में समाजशास्त्र की भूमिका पर केंद्रित व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि यूपीएससी पाठ्यक्रम का लगभग चालीस प्रतिशत भाग सीधे तौर पर समाजशास्त्र से जुड़ा हुआ है। उन्होंने विषय की गहरी समझ हो प्रशासनिक सेवाओं के लिए आवश्यक बताया।

Advertisement

व्याख्यान श्रृंखला के अंतिम दो दिनों में  पूर्व इन्टेलिजन्स  ब्यूरो अधिकारी मनु कादियान तथा सुश्री प्रज्ञा सिंह ने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। मनु कादियान ने उत्तर लेखन के प्रभावी तरीकों पर प्रकाश डाला और सिविल सेवा परीक्षा की तीन चरणों की संरचना को समझाया। उन्होंने साक्षात्कार के दौरान जीवंत व्यक्तित्व बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। आयोजन के अंतिम दिन प्रश्न-उत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें वैकल्पिक विषय के रूप में समाजशास्त्र, सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट की रणनीतियों और मौलिक विचारधारा के विकास पर चर्चा की गई। आयोजन में डॉ रीमा गिल, सुश्री प्रज्ञा सिंह व सुश्री कश्मीरा सिंह ने महत्त्पूर्ण भूमिका निभाई। आयोजन के अंत में शोधार्थी चंद्रमोहन ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page