काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कान नाक गला विभाग का एक और कीर्तिमान
वाराणसी : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कान नाक गला विभाग उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड तथा अन्य प्रदेशों के मरीज़ो को लगातार सेवा दे रहा है और बेहतर काम कर रहा है। यहाँ दिनांक १०/०९/२०२४ को एक नया ऑपरेशन सफल रूप से किया गया जो की उत्तर प्रदेश बिहार व झारखंड में यह पहला ऑपरेशन है।
चंदौली के सुभाष नगर के रहने वाले दिनेश कुमार और गुंजा देवी की पुत्री १९ वर्षीय लक्ष्मी जन्मजात बहरी थी तथा उसका बाहरी कान, कान की नली और बीच का भाग नहीं बना था जिसके लिए उसके परिजनों ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कान नाक गला विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक प्रो राजेश कुमार से संपर्क किया। जांच के बाद पता चला कि उस बच्ची का कान का अधिकांश भाग बनाही नहीं है, तो इसके लिए उनको ओपरेशन की सलाह दिया गया । और दिनांक १०/९/२०२४ मंगलवार को यह ऑपरेशन सफलता पूर्वक किया गया, जिसमें प्रो डॉ राजेश कुमार के साथ प्रो विश्वंभर सिंह, डॉ शिवा एस, डॉ रामराज, डॉ राहुल, डॉ सृष्टि, डॉ शिखर, डॉ पामे के साथ ऑडियोलॉजिस्ट सुनील कुमार तथा एनेस्थीसिया से डॉ यशपाल एवं पूरा ओ टी स्टाफ शामिल रहा।
इसमें ऑपरेशन करके active bone bridge conducting implant लगाया गया है जो की अंदर के कान एवं हड्डी से जोड़ दिया गया है ।अब यह बच्ची आम लोगो की तरह सुन सकेगी और बोल सकेगी तथा इसका विकास पूर्णरूप से सामान्य तरीक़े से होगा। यह ऑपरेशन उत्तरप्रदेश एवं आस पास के राज्यों में पहली बार किया गया है। इस ऑपरेशन का आर्थिक खर्च चंदौली के विधायक सुशील सिंह और इण्डियन रेड क्रॉस सोसाइटी चंदौली CMO द्वारा मुहय्या कराया गया ।
प्रो डा राजेश कुमार ने बताया कि अब हम लोग ऐसे बच्चो जिनका कान जन्मजात नहीं बना है या जो सुन और बोल नहीं पाते उनका इलाज एवं ऑपरेशन नियमित रूप से कर रहे है।