आईवीआरआई, इज्जतनगर से ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत किसानों के लिए वैज्ञानिकों का दल रवाना
2550 किसानों को दी जाएगी आधुनिक तकनीकों और योजनाओं की जानकारी
बरेली : भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI), इज्जतनगर ने आज ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के अंतर्गत एक बड़ा कदम उठाते हुए संस्थान के वैज्ञानिकों और तकनीकी अधिकारियों के दल को किसानों के बीच केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु रवाना किया। संस्थान के निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त ने इस दल को हरी झंडी दिखाकर बरेली, बदायूं और रामपुर जिलों के 27 गांवों के लिए रवाना किया।
इस अवसर पर डॉ. त्रिवेणी दत्त ने अपने उद्बोधन में कहा, “अब समय आ गया है कि हम किसानों की ज़रूरतों के अनुसार अनुसंधान करें। यह अभियान वैज्ञानिकों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिससे वे सीधा संवाद स्थापित कर कृषि और पशुपालन की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।”

डॉ. दत्त ने यह भी बताया कि इस अभियान के दौरान किसानों के नवाचारों को दस्तावेजीकृत किया जाएगा और किसानों की मांग के अनुसार भविष्य के शोध कार्यों की दिशा तय की जाएगी।
27 वैज्ञानिकों और 9 तकनीकी अधिकारियों की टीम ने 2550 किसानों को विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण और जानकारी देने की योजना बनाई है, जिसमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- एकीकृत कृषि प्रणाली
- पशु स्वास्थ्य प्रबंधन
- दूध और दुग्ध उत्पादों का मूल्यवर्धन
- प्राकृतिक खेती, मृदा उर्वरता, सुधार एवं वर्मी कम्पोस्टिंग
- किसान निधि, पशुधन बीमा, मछली पालन
- ड्रोन तकनीकी का कृषि में उपयोग
- धान की नर्सरी हेतु पूर्व सलाह व प्रबंधन
- डेयरी पशुओं का चारा प्रबंधन व टीकाकरण
- आईवीआरआई की विकसित तकनीकें और डेयरी प्रौद्योगिकी

इस अभियान के माध्यम से न केवल वैज्ञानिक तकनीकों को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा, बल्कि किसानों को सरकारी योजनाओं, सब्सिडी और आधुनिक कृषि नवाचारों की जानकारी देकर उन्हें सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
IVRI का यह प्रयास गांवों में विज्ञान और तकनीक आधारित कृषि परिवर्तन की ओर एक सशक्त कदम है।