काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग में UPCYTOCON – २०२४ कार्यशाला का उद्दघाटन संपन्न
आईएमएस, बीएचयू के पैथोलॉजी विभाग में देश के 100 डॉक्टर्स को वर्कशॉप और लाइव माइक्रोस्कोपी के साथ साइटोपैथोलॉजी सीखने का अनुभव।
वाराणसी : दिनांक १५/०९/२०२४ को UPCYTOCON – २०२४ में तीन वर्कशॉप का आयोजन हुआ था। इसमें फ्लूएड साइटोपैथोलॉजी के संदर्भ में प्रो नलिनी गुप्ता, प्रो प्रज्वला गुप्ता, प्रो ज़कारिया चौधरी, डॉ मोना बरगोटिया ने फ्लूइड में कोशिकाओं की जांच के विषय में नई जानकारियाँ दी। प्रोफेसर नलिनी गुप्ता (पीजीआईएमईआर चंडीगढ़), ने डॉक्टरों को द्रव साइटोपैथोलॉजी की रिपोर्टिंग प्रणालियों के बारे में समझाया और लाइव माइक्रोस्कोपी के माध्यम से दिलचस्प सूक्ष्म विशेषताएं दिखाईं। प्रो जकरिया चौधरी (एमपीएमएमसीसी, वाराणसी), प्रो प्रज्वला गुप्ता (एबीवीआईएमएस, आरएमएलएच नई दिल्ली) और डॉ मोना बरगोत्या (आरजीएसएसएच, नई दिल्ली) ने भी बी ए एल द्रव, मूत्र और सी एस एफ पर लाइव माइक्रोस्कोपी के साथ देखने का वास्तविक अनुभव दीया।
द्वितीय वर्कशाप का संचालन प्रो अनुराग गुप्ता, आर एम एल, लखनऊ के द्वारा किया गया। इसमें सलिवरी ग्लैंड के कोशिकाओं के जांच की तकनीक सिखाई गई. तृतीय वर्कशाप में पी सी आर के माध्यम से साइटोलॉजी नमूनों में एच पी वी, डी एन ए की जाँच के बारे में नई तकनीक की जानकारी दी गयी। एचपीवी एक ऑन्कोजेनिक वायरस है, और यह वायरस सर्वाइकल कैंसर का कारक है। एच पी वी, डीएनए की स्क्रीनिंग उन रोगियों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है जो सर्वाइकल कैंसर के लिए अधिक जोखिम में हैं।
सभी वर्कशॉप अंतरराष्ट्रीय स्तर की थीं। वर्कशॉप का आयोजन इंडियन अकादमी ऑफ़ साइटोलोजिस्ट यू पी चैप्टर के तत्वावधान में किया गया. संगोष्ठी का संचालान प्रो संदीप कुमार, प्रो अमृता घोष कर, डॉ दीपा रानी, डॉ अंजू भारती, डॉ महिमा यादव, डॉ विकास कॅलशिया, डॉ बितन नाइक, डॉ अनु सिंह, डॉ प्रतिष्ठा सेंगर एवं डॉ नेहा सिंह ने किया.
इस संगोष्ठी से पैथोलॉजी विभाग, चिकित्सा विज्ञान संस्थान में साइटोपैथालाजी के क्षेत्र में मरीजों को प्रभावी जाँच का लाभ मिला, और अन्य संस्थानों के पैथोलॉजिस्ट को भी ट्रेनिंग मिली.