हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में पृथ्वी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का हुआ समापन
महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) के पर्यावरण अध्ययन विभाग द्वारा पृथ्वी दिवस के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम का बुधवार को समापन हो गया। प्लैनेट बनाम पलास्टिक पर केंद्रित इस आयोजन के संदर्भ में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने अपने संदेश में कहा कि पर्यावरण अध्ययन विभाग ने पृथ्वी की सुरक्षा व संरक्षण हेतु एक अद्भुत कार्यक्रम का आयोजन किया। अवश्य ही इसके माध्यम से प्रतिभागियों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। समापन सत्र में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के निदेशक व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ प्रवीण कुमार विशेषज्ञ वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
आयोजन के समापन सत्र में विश्वविद्यालय की समकुलपति प्रो सुषमा यदव ने प्लास्टिक की भूमिका पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे प्लास्टिक हमारे जीवन में प्रवेश कर गया है और पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में समस्याएं पैदा कर रहा है। उन्होंने पर्यावरणीय चेतना को बढ़ावा देने और विद्यार्थियों को जिम्मेदारी के साथ पर्यावरण संरक्षण हेतु समर्पित भाव के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया। इसी क्रम में विश्वविद्यालय की प्रथम महिला प्रो सुनीता श्रीवास्तव ने कहा कि प्रत्येक दिन को पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने पर्यावरण और उसके परिवेश का सम्मान करना चाहिए। समापन सत्र में विशेषज्ञ वक्ता डॉ प्रवीण कुमार ने सतत भविष्य की दिशा में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और प्रेरक कार्रवाई की पेशकश की। उन्होंने नमामि गंगे के तहत नदी पुनर्जीवन पर एक अद्भुत व्याख्यान दिया।
विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेज की अधिष्ठाता प्रो नीलम सांगवान आयोजन में विशेषज्ञ वक्ता व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ प्रवीण कुमार का परिचय दिया। उन्होंने स्वच्छता अभियान और ऐसे जागरूकता अभियानों के महत्त्व से प्रतिभागियों को अवगत कराया। पर्यावरण अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम की संयोजक डॉ मोना शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया।
दो दिवसीय इस कार्यक्रम में आयोजित क्विज प्रतियोगिता के लिए रितिक त्यागी, निवेदिता और विवेक कुमार को तथा स्लोगन प्रतियोगिता के लिए रिया नस्विन सीके, अनीश शर्मा, अनु को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में समन्वयक डॉ स्मिता ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ अनीता सिंह, डॉ विक्रम सिंह, डॉ अनूप यादव, डॉ भूपेन्द्र सिंह, डॉ दुष्यन्त कुमार, डॉ सुषमा, डॉ सुनील कुमार सहित विद्यार्थी एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।