राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में केंद्रीय पुस्तकालय एवं 600-बेडेड छात्रावास का भूमि पूजन।
राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो आनंद भालेराव के कर कमलो द्वारा केंद्रीय पुस्तकालय एवं 600-बेडेड छात्रावास की प्रस्तावित इमारत का भूमि पूजन समारोह मंत्रोच्चार के साथ विधिवत सम्पन्न हुआ।
इस दौरान कुलपति प्रो आनंद भालेराव ने ग्रंथालय के बारे में बताते हुए कहा कि – यह ज्ञान निर्मित करने वाला ग्रंथालय होगा क्योंकि ज्ञान का स्थान उच्च होता है। गीता में भक्ति योग, ज्ञान योग और कर्म योग की बात कही गई है, लेकिन ज्ञान योग हमेशा चिरंजीव होता है। एक पीढ़ी ज्ञान तैयार करती है तो आने वाली अनेक पीढ़ियों को उसका लाभ होता है।प्रो भालेराव ने आगे कहा कि इस ग्रंथालय (लाइब्रेरी) की इमारत 5 मंजिला होगी जिसमे एक कंप्यूटर सेंटर होगा जहां कम से कम 500 मशीन लगाई जाएंगी, एक रीडिंग हॉल होगा जिसमे एक साथ 1000 लोग बैठकर अध्यन कर पाएंगे। इस नवनिर्मित ग्रंथालय में 75 हजार से एक लाख तक पुस्तके रखने की भी व्यवस्था की जाएगी। इस अध्भुत ग्रंथालय में ऑडियो और वीडियो लाइब्रेरी भी होंगी साथ ही इसमें पीएचडी स्कॉलर और पीएचडी गाइड के लिए अलग से डिस्कशन रूम भी होंगे। कॉन्फ्रेंस रूम भी बनाए जाएंगे। इस प्रकार से यह एक अद्भुत लाइब्रेरी होंगी। उन्होंने कहा कि एक इंफ्रास्ट्रक्चर के बनने से आने वाली कई पीढ़ियों का भला हो जाता है, इसी के लिए पिछले दो वर्षो से हम लगातार काम करते रहे है।

प्रो भालेराव ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय के ग्रंथालय का भूमि पूजन हम सभी के लिए बहुत सौभाग्य की बात है। वैसे तो इस लाइब्रेरी का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अक्टूबर 2023 को वर्चुल मध्यम से किया था। लेकिन भारतीय संस्कृति की प्रथा निभाते हुए आज इस नवकार्य की शुरुआत विधिवत भूमि पूजन करके की गई।इससे पूर्व भूमि पूजन के उपरांत पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार फावड़ा चलाकर भूमि का शिलान्यास किया गया एवं नारियल फोड़कर विधिवत रूप से इमारत के निर्माण कार्य का औपचारिक शुभारंभ किया। गया।
इस भूमि पूजन समारोह में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के डीन, कार्यवाहक कुलसचिव एवं वित्त अधिकारी प्रदीप अग्रवाल, अधिकारी, शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक सदस्य और विद्यार्थी उपस्थित रहे।