हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एआईएमएस-2025 का हुआ समापन

भारत के सतत विकास में मटेरियल साइंस की भूमिका महत्त्वपूर्ण – प्रो अविनाश चंद्र पांडेय

महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) में ‘एडवांसमेंट्स इन मटेरियल साइंस फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट (एआईएमएस-2025)‘ विषय पर केंद्रित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शनिवार को समापन हो गया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो टंकेशवर कुमार के निर्देशन में अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (एएनआरएफ), बोर्ड ऑफ रिसर्च इन न्यूक्लियर साइंसेज (बीआरएनएस) और विभिन्न उद्योग भागीदारों द्वारा सहप्रायोजित इस तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन भौतिकी एवं खगोल भौतिकी विभाग द्वारा सफलता पूर्वक किया गया। जिसमें देश-विदेश के 200 से अधिक प्रतिभागी सम्मिलित हुए। आयोजन के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप अंतर विश्वविद्यालय त्वरक केंद्र (आईयूएसी), नई दिल्ली के निदेशक प्रो अविनाश चंद्र पांडेय उपस्थित रहे।

अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र में विश्वविद्यालय कुलपति प्रो टंकेशवर कुमार व मुख्य अतिथि प्रो अविनाश चंद्र पांडेय के साथ प्रतिभागी

प्रो अविनाश चंद्र पांडेय ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए इस सफल आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना की और कहा कि अवश्य ही इस आयोजन के माध्यम से मटेरियल साइंस के क्षेत्र में शोध कार्य को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत में सतत विकास के क्षेत्र में चुनौतियों से निपटने में मटेरियल साइंस की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो टंकेशवर कुमार ने आयोजन समिति और स्वयंसेवकों को इस सफल आयोजन में उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया। इसके साथ-साथ समापन सत्र में सर्वोत्तम मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों के लिए भी चयनित प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।

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इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शोध अधिष्ठाता प्रो पवन कुमार शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही। आयोजन के अंतिम चरण में सम्मेलन संयोजक व भौतिकी एवं खगोल भौतिकी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो सुनीता श्रीवास्तव ने सम्मेलन की विस्तृत रिपोर्ट प्रतिभागियों के सम्मुख प्रस्तुत की। इसी क्रम में विश्वविद्यालय के कुलसचिव व सम्मेलन के सह-संयोजक प्रो सुनील कुमार ने एआईएमएस-2025 के महत्त्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए इसके माध्यम से उपलब्ध हुए अंतर्विभागीय सहयोगी की महत्ता पर प्रकाश डाला।

तीन दिवसीय इस आयोजन के अंतिम दिन में तकनीकी सत्र, पुरस्कार समारोह और समापन सत्र आयोजित किया गया। तकनीकी सत्रों में सेमीकंडक्टर सामग्री, थर्मोइलेक्ट्रिक्स, फोटोक्रोमिक सामग्री और सतत नैनो संरचनाओं पर चर्चा की गई। तकनीकी सत्रों में आईएनएसटी, मोहाली के प्रो अबीर डे सरकार; सीएसआईआर-सीईईआरआई, पिलानी के प्रो जितेंद्र सिंह; कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रो आर के मुदगिल व प्रो अन्नु शर्मा और पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के डॉ विनायक गर्ग ने अपने विचार प्रतिभागियों से साझा किए। पोस्टर सत्र ने मटेरियल साइंस में सततता को बढ़ावा देने के लिए नवाचारी शोध से जुड़े विषय प्रस्तुत किए गए। बेस्ट पोस्टर अवार्ड कविता कुमारी, अंशुल शर्मा व रितु शर्मा ने जीता वहीं मौखिक प्रस्तुति में शालु गुप्ता, सुनिधि बडोला व अनिशा विजयी रहीं।

सम्मेलन के आयोजन सचिव डॉ राकेश कुमार ने आभार व्यक्त करते हुए ने अतिथियों, प्रतिभागियों, प्रायोजकों और आयोजन टीम का धन्यवाद किया। इस आयोजन की सफलता में डॉ अंकुश विज, डॉ जसवंत कुमार, डॉ रामोवातार, डॉ मीनू ठाकुर, डॉ गौरव योगेश, प्रो मनोज कुमार सिंह, डॉ सविता बुधवार, डॉ विकास सिवाच, डॉ जतिंदर, डॉ रमनदीप कुमार, डॉ यशवीर कलकल, डॉ रजनी बंसल, डॉ प्रिया रानी, डॉ स्वाति, डॉ प्रदीप, डॉ संगीता और डॉ सुमन का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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