हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में यूपीएससी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियो के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम
लक्ष्य प्राप्ति के लिए परिश्रम व धैर्य आवश्यक- अंकित कुमार चौकसे
हरियाणा / महेंद्रगढ़ : डॉ. अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डेस) द्वारा सेंटर के विद्यार्थियों के ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बादशाहपुर के एसडीएम अंकित कुमार चौकसे, आईएएस तथा पटौदी के एसडीएम दिनेश, एचसीएस विशेषज्ञ वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। ओरिएंटेशन कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने की।
विश्वविद्यालय के शैक्षणिक खंड एक स्थित मिनी ओडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। तत्पश्चात डॉ. अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डेस) के समन्वयक प्रो. अंतरेश कुमार ने स्वागत भाषण देते हुए प्रतिभागी विद्यार्थियों को ओरिएंटेशन कार्यक्रम के महत्त्व से अवगत कराया।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनुसूचित जाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) तथा एचसीएस की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने हेतु स्थापित डॉ. अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डेस) विश्वविद्यालय में पिछले दो वर्षों से सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। कुलपति विशेषज्ञों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अवश्य ही उनके मार्गदर्शन से प्रतिभागी विद्यार्थियों को परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलेगी।
आयोजन में विशेषज्ञ वक्ता श्री अंकित कुमार चौकसे ने सिविल सर्विसेज व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एग्जॉम पर फोकस करने पर जोर देते हुए कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में विद्यार्थियों को करियर के लिए आगे बढ़ना जरुरी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए प्रतिभागी विद्यार्थियों से लक्ष्य प्राप्ति के लिए परिश्रम व धैर्य रखने, आलस्य, अधिक नींद, गृह का त्याग करने का भी आह्वान किया। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव विद्यार्थियों से साझा करते हुए उन्हें कुशल रणनीति बनाने के लिए प्रेरित किया।
इसी क्रम में आयोजन में दूसरे विशेषज्ञ वक्ता श्री दिनेश ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति तभी संभव है, जब हमारे अंदर उसे प्राप्त करने का जुनून हो और लक्ष्य प्राप्ति तक जुनून बरकरार रखने की आवश्यकता है। उन्होंने लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के लिए प्रयास करने तथा विद्यार्थियों से आत्म-अनुसाशन बनाने पर जोर दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय में सिविल सर्विसेज व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए विश्वविद्यालय कुलपति का धन्यवाद किया। आयोजन में विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों की शंकाओं का समाधान भी किया। प्रश्नोत्तर सत्र का संचालन डेस के संकाय सदस्य श्री महेंद्र पाल पुनिया ने किया।
आयोजन में विश्वविद्यालय के पोषण जीवविज्ञान विभाग के डॉ. उमेश कुमार ने विश्वविद्यालय कुलपति का जबकि विश्वविद्यालय की सूचना वैज्ञानिक डॉ. विनिता मलिक ने विशेषज्ञों का परिचय प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में डेस के संकाय सदस्य श्री अमन कुमार अटकान ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।